Railway Budget 2023: ग्रीन ट्रेन से लेकर छोटे शहरों के लिए Vande Metro तक, बजट में किसे क्या मिला, यहां जानिए सबकुछ
Railway Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आम बजट में रेलवे को रिकॉर्ड 2.4 लाख करोड़ रुपये का फंड अलॉट किया है. आइए जानते में रेलवे को इस बजट में क्या-क्या मिला है.
Railway Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने देश का आम बजट (Union Budget 2023) पेश करते हुए रेलवे को रिकॉर्ड 2.40 लाख करोड़ रुपये का फंड एलोकेशन किया है. यह 2013 में रेलवे (Indian Railways) को मिले फंड से 9 गुना अधिक बजट एलोकेशन है. बजट (Budget 2023) में मिले फंड से रेलवे की सूरत बदलने वाली है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि बड़े शहरों के आसपास रहने वाले लोगों को अपने वर्कप्लेस पर आसानी से जाने के लिए रेलवे बहुत जल्द वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों (Vande Bharat Express Train) के जैसे ही Vande Metro लेकर आने वाली है. इसके साथ ही दिसंबर 2023 तक देश को अपनी पहली हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen train) मिल जाएगी. यह पूरी तरह से स्वदेशी हाइड्रोजन ट्रेन होगी. शुरुआत में इन हाइड्रोजन ट्रेनों को कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलाया जाएगा. वित्त मंत्री के खजाने से बजट में (Budget 2023) रेलवे (Indian Railways) को और क्या-क्या मिला, यहां जानिए अपने काम की सभी जरूरी बात.
रेलवे को लेकर बजट में क्या है?
रेल मंत्री ने कहा कि बजट 2023 भारत को पूरी दुनिया के लिए विकास का इंजन बना देगा. जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया भारत को आशा की किरण के रूप में देख रही है, बजट में उस वीजन को लेकर परिकल्पना की गई है. बजट में समाज के हर वर्ग के जीवन में बदलाव लाने की कोशिश की गई है.
उन्होंने कहा कि कई साल से रेलवे में निवेश की कमी ने इसे अपनी क्षमता हासिल करने से रोक रखा था. बजट में 2.41 लाख करोड़ रुपये का फंड इस अंतर को पूरी तरह से कम करेगा. वैष्णव ने कहा कि यह बजट एलोकेशन रेलवे में यात्रा करने वाले हमारे 800 करोड़ पैसेंजर्स की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम बनेगा.
वंदे भारत को लेकर बड़े ऐलान
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अपने बजट स्पीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने वंदे भारत ट्रेनों का जिक्र नहीं किया, हालांकि इसे लेकर काफी सारे घोषणाओं की उम्मीद थी. बजट के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने अपने कॉन्फ्रेंस में काफी सारे बड़े ऐलान किए.
रेलवे (Indian Railways) पहले से ही सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत (Vande Bharat Express Train) के स्लीपर वर्जन पर काम कर रहा है. अधिकारियों ने बताया कि ये ट्रेनें आठ कोच की होंगी, जो मेट्रो ट्रेन की तरह होंगी. रेल मंत्रालय ने चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और लखनऊ स्थित रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) के महाप्रबंधकों (GMs) को आठ-कोच वाली वंदे भारत ट्रेनों के रेक जल्द से जल्द उतारने का निर्देश दिया है.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Express Train) को छोटी कारों के साथ चलाने का फैसला पैसेंजर्स, खासकर व्यापारियों, छात्रों और कामकाजी वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित होगा, जो विभिन्न बड़े शहरों की यात्रा करना चाहते हैं. सामान्य वंदे भारत ट्रेनों में 16-कोच होते हैं.
इन शहरों में भी बनेगी वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express Train)
रेल मंत्री ने कहा कि आपने देखा है कि कैसे वंदे भारत ट्रेन को एग वर्ल्ड क्लास ट्रेन के रूप में स्वीकार किया गया है. इसके प्रोडक्शन में और तेजी लाई जाएगी. उन्होंने बताया कि अगले वित्त वर्ष के अंत तक रेलवे हर हफ्ते करीब दो या तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को चलाया जाएगा.
वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Express Train) को निर्माण अब ICF चेन्नई के अलावा लातूर (महाराष्ट्र), सोनीपत (हरियाणा) और रायबरेली (उत्तर प्रदेश) में भी किया जाएगा.
आ रही है वंदे मेट्रो (Vande Metro)
रेल मंत्री ने कहा कि हम वंदे मेट्रों को भी बना रहे हैं. बड़े शहरों के आसपास काफी सारे लोग रहते हैं, जहां से लोग अपने काम या आराम के लिए बड़े शहरों में आना चाहते हैं और अपने घर वापस जाना चाहते हैं. उसके लिए हम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों (Vande Bharat Express Train) के जैसे ही वंदे मेट्रो (Vande Metro) को लेकर आ रहे हैं. इस साल इनका डिजाइन और प्रोडक्शन पूरा हो जाएगा और अगले वित्तीय वर्ष में ट्रेन के प्रोडक्शन का रैंप-अप कर दिया जाएगा. रेलमंत्री ने बताया कि वंदे मेट्रो ट्रेन का एक्सपीरिएंस लोगों के लिए रैपिड शटल जैसा होगा.
इस साल के अंत तक आ जाएगी हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen train)
रेल मंत्री ने कहा कि भारत को दिसंबर 2023 तक अपनी पहली हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen train) मिल जाएगी जो पूरी तरह से स्वदेशी निर्मित होगी. शुरुआत में इसे कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलाया जाएगा और धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा.
रेलवे के इलेक्ट्रिफिकेशन को लेकर क्या है अपडेट
रेल मंत्री ने कहा कि हरित विकास पहलों (Green Growth Initiatives) की अगर बात करें तो, रेलवे नेटवर्क का 85 फीसदी से अधिक इलेक्ट्रिफाइड है. इसके लिए ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल हो यह सुनिश्चित करने के लिए अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट लगाया जाएगा.
उन्होने आगे कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए कॉरिडोर दृष्टिकोण (Corridor Approach) का उपयोग किया जाएगा. एनर्जी कॉरिडोर, पहाड़ी क्षेत्र के लिए अलग कॉरिडोर, जनजातीय गौरव कॉरिडेर, सीमेंट कॉरिडोर... यह सोशल और इकोनॉमिक कॉरिडोर का एक संयोजन होगा.
बुलेट ट्रेन का क्या है हाल
रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन (Bullet Train in India) को लेकर प्रगति अच्छी है. राजनीतिक कारणों से पहले महाराष्ट्र में कुछ अनुमतियां नहीं मिलती थीं, जबकि नई सरकार ने अब सारी अनुमति दे दी हैं.
टूरिज्म को भी बढ़ावा
इस साल बजट में टूरिज्म (Toursim Budget) पर काफी ध्यान दिया गया है. रेलमंत्री ने कहा कि भारत गौरव ट्रेनें (Bharat Gaurav Toursi Train)- रामायण सर्किट, जगन्नाथ सर्किट, काशी विश्वनाथ सर्किट - बहुत लोकप्रिय हैं और जल्द ही इनमें और सर्किट जोड़े जाएंगे.
रेलवे इंफ्रा का होगा विकास
वित्त मंत्री ने बताया कि कोयला, फर्टिलाइजर और फूड ग्रेन के क्षेत्रों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी के लिए 100 महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की पहचान की गई है. इन्हें प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा. इसके लिए 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का प्लान है, जिसमें से 15,000 करोड़ रुपये प्राइवेट सोर्स से लिया जाएगा.
बजट डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि रेलवे का नेट रेवेन्यू एक्सपेंडिचर बजट एस्टिमेट (BE) 2023-24 में 2,65,000 करोड़ रुपये रखा गया है, जबकि संशोधिक अनुमान (RE) 2023-23 में यह 2,43,892.77 करोड़ रुपये था.
रेलवे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण, नए कोचों के निर्माण, पटरियों के नवीनीकरण और स्टेशनों के पुनर्विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है, जिसमें बजट परिव्यय (Budgetary Outlay) निश्चित रूप से काफी मदद करने वाला है.
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03:50 PM IST